इस ब्लॉग में जानिए वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल यूनिवर्सिटी, जौनपुर के बी.एड 2025–27 बैच का पूरा सिलेबस। यहाँ हर सेमेस्टर के विषय, अंक वितरण, और महत्वपूर्ण टॉपिक्स को सरल भाषा में समझाया गया है। यदि आप बी.एड की तैयारी कर रहे हैं या हाल ही में एडमिशन लिया है, तो यह गाइड आपके लिए बेहद उपयोगी है। साथ ही जानिए कैसे WhatsApp के माध्यम से आप अपने नोट्स और अपडेट प्राप्त कर सकते हैं।
📑 विषय सूची (Table of Contents)
- 🏫 बी.एड कोर्स का परिचय
- 📚 बी.एड कोर्स की संरचना
- 🧾 पहला सेमेस्टर सिलेबस
- 📊 अंकों का वितरण
- 🧠 आगे के सेमेस्टर की झलक
- 💬 अध्ययन संसाधन और सहायता
- 🌟 निष्कर्ष
🏫 बी.एड कोर्स का परिचय
आज हम बात करने जा रहे हैं वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल यूनिवर्सिटी, जौनपुर (VBSPU) के बी.एड 2025–27 बैच के संपूर्ण सिलेबस के बारे में।
यह ब्लॉग उन छात्रों के लिए है जिन्होंने हाल ही में बी.एड में प्रवेश लिया है या जो इसके सिलेबस को समझना चाहते हैं ताकि आने वाली परीक्षाओं की तैयारी बेहतर तरीके से कर सकें।
📚 बी.एड कोर्स की संरचना (Course Structure)
बी.एड कोर्स की कुल अवधि दो वर्ष (चार सेमेस्टर) की होती है। हर सेमेस्टर में निश्चित संख्या में पेपर और प्रैक्टिकल परीक्षा होती है।
सेमेस्टर | पेपर की संख्या | कुल अंक |
---|---|---|
पहला सेमेस्टर | 4 पेपर | 400 अंक |
दूसरा सेमेस्टर | 4 पेपर | 400 अंक |
तीसरा सेमेस्टर | 2 पेपर | 200 अंक |
चौथा सेमेस्टर | 3 पेपर | 300 अंक |
नोट: चौथे सेमेस्टर के एक पेपर को 50–50 अंकों में विभाजित किया जाता है, इसलिए उसमें भी तीन परीक्षाएँ मानी जाती हैं।
🧾 पहला सेमेस्टर सिलेबस का विस्तृत विवरण
पहला सेमेस्टर बी.एड का आधार होता है। इसमें आप शिक्षा के मूल सिद्धांतों, मनोविज्ञान और बाल विकास जैसे महत्वपूर्ण विषयों का अध्ययन करेंगे।
1️⃣ Childhood and Growing Up (बाल्यावस्था एवं उसका विकास)
यह विषय बच्चे के समग्र विकास पर आधारित है। इसमें आप सीखेंगे कि कैसे बच्चे की शारीरिक, मानसिक, भावनात्मक और सामाजिक वृद्धि होती है।
- बाल्यावस्था की अवधारणा
- विकास के सिद्धांत (Principles of Development)
- सामाजिक, नैतिक और भावनात्मक विकास
- बुद्धि और उसके प्रकार (Intelligence and its types)
यह विषय CTET, UPTET, KVS जैसे एग्ज़ाम्स के लिए भी बेहद उपयोगी है।
2️⃣ Contemporary India and Education (समकालीन भारत और शिक्षा)
यह पेपर भारत की शिक्षा प्रणाली के ऐतिहासिक विकास और उसके सामाजिक पहलुओं पर केंद्रित है।
- वैदिक, उपनिषद, बौद्ध, जैन और इस्लामी काल की शिक्षा
- भारतीय शिक्षा का ऐतिहासिक और दार्शनिक परिप्रेक्ष्य
- स्वतंत्रता के बाद के शिक्षा सुधार
- संविधान में शिक्षा से संबंधित अनुच्छेद
यह विषय शिक्षण के समाजशास्त्रीय पहलुओं को समझने में मदद करता है।
3️⃣ Psychology of Learner, Learning and Teaching (अधिगमकर्ता का मनोविज्ञान, अधिगम और शिक्षण)
यह विषय शिक्षक बनने के लिए अत्यंत आवश्यक है। इसमें आप जानेंगे कि विद्यार्थी कैसे सीखते हैं और शिक्षक की भूमिका क्या होती है।
- अधिगम की परिभाषा और प्रकार
- व्यवहारवाद, संज्ञानवाद और गेस्टाल्ट सिद्धांत
- अधिगम के नियम (थॉर्नडाइक, पावलोव, कोहलर आदि)
- शिक्षण प्रक्रिया और मनोवैज्ञानिक दृष्टिकोण
यह विषय CTET, TET और अन्य शिक्षक भर्ती परीक्षाओं में भी सहायक होता है।
4️⃣ Assessment for Learning (अधिगम के लिए आकलन)
यह पेपर विद्यार्थियों के सीखने के मूल्यांकन से जुड़ा है।
- मापन, मूल्यांकन और आकलन का अंतर
- वैधता (Validity) और विश्वसनीयता (Reliability)
- ज़ेड स्कोर, टी स्कोर और ग्रेडिंग सिस्टम
- सतत एवं व्यापक मूल्यांकन (CCE)
यह पेपर आपको एक जिम्मेदार और निष्पक्ष शिक्षक बनने की दिशा में तैयार करता है।
📊 अंकों का वितरण (Marks Distribution)
हर पेपर कुल 100 अंकों का होता है —
- 90 अंक – बाह्य परीक्षा (External Exam)
- 10 अंक – आंतरिक मूल्यांकन (Internal Assessment)
कॉलेज की उपस्थिति, व्यवहार और असाइनमेंट के आधार पर इंटरनल अंक दिए जाते हैं। अधिकांश विद्यार्थियों को 8 या 9 अंक आसानी से मिल जाते हैं।
🧠 आगे के सेमेस्टर की झलक
- दूसरा सेमेस्टर: 4 पेपर
- तीसरा सेमेस्टर: 2 पेपर
- चौथा सेमेस्टर: 3 पेपर
हर सेमेस्टर में विषय थोड़ा उन्नत और रोचक होता जाता है। आने वाले ब्लॉग्स में हम इन सेमेस्टरों के पूरे सिलेबस को विस्तार से समझेंगे।
💬 अध्ययन संसाधन और सहायता
यदि सिलेबस या किसी विषय को लेकर कोई भ्रम या सवाल है, तो आप निम्न माध्यमों से जुड़ सकते हैं:
- WhatsApp सहायता: 6205649400
यहां से आपको नोट्स, पीडीएफ और क्लास अपडेट आसानी से मिल जाएंगे।
🌟 निष्कर्ष
बी.एड कोर्स सिर्फ एक डिग्री नहीं बल्कि एक उत्तरदायी शिक्षक बनने की प्रक्रिया है। यदि आप नियमित अध्ययन, क्लास अटेंडेंस और विषय की गहराई से समझ पर ध्यान देंगे, तो यह दो साल का सफर आपके लिए बहुत फलदायी रहेगा।
सकारात्मक सोच रखें, निरंतर सीखते रहें और अपने लक्ष्य की ओर दृढ़ता से बढ़ें।
आप सभी को बी.एड यात्रा की ढेर सारी शुभकामनाएँ!
जय हिंद